EPS 95 Pension Hike News: महाराष्ट्र के नासिक जिले में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पेंशनर्स ने अपनी पेंशन बढ़ाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सतपुर इलाके में EPFO के स्थानीय कार्यालय के बाहर मंगलवार को पेंशनर्स ने प्रदर्शन किया और अपनी मांगें उठाईं। इस प्रदर्शन का नेतृत्व नासिक जिला EPFO पेंशनर्स फेडरेशन के संस्थापक अध्यक्ष राजू देशले ने किया।
पेंशनर्स ने मांग की है कि उनकी न्यूनतम मासिक पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 9000 रुपये किया जाए। उनका कहना है कि यह राशि उनकी सालों की मेहनत और योगदान को बेहतर ढंग से दर्शाएगी। इसके साथ ही, पेंशनर्स ने बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए महंगाई भत्ता (DA), मुफ्त सरकारी चिकित्सा सेवाएं, और खाद्य सुरक्षा अधिनियम में शामिल करने की मांग भी की है।
EPFO के निजी क्षेत्र के कर्मचारी लंबे समय से न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह राशि 2014 से 1000 रुपये प्रति माह पर स्थिर है। पिछले 8 सालों से पेंशनर्स 1000 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये करने, महंगाई भत्ता देने, और रिटायर्ड लोगों व उनके जीवनसाथी के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधा की मांग कर रहे हैं।
EPF में कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी का 12% हिस्सा भविष्य निधि में जमा करते हैं, और नियोक्ता भी उतना ही योगदान देते हैं। इसमें से 8.33% कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है, जबकि 3.67% EPF योजना में जमा होता है।
इससे पहले, EPS-95 रिटायर लोगों के एक समूह ने 2025 के केंद्रीय बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी। उन्होंने न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये और महंगाई भत्ता देने की मांग की थी। EPS-95 नेशनल एजिटेशन कमेटी ने बताया कि वित्त मंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। पेंशनर्स और संगठनों का कहना है कि 1000 रुपये की मासिक पेंशन बहुत कम है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने चार दशकों तक इस फंड में योगदान दिया है। बढ़ती महंगाई और मेडिकल खर्चों के बीच सरकार पर इन मांगों को पूरा करने का दबाव बढ़ रहा है।
पेंशनर्स उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी मांगें जल्द पूरी होंगी और उन्हें बेहतर आर्थिक सहायता मिलेगी।