बिहार के सिवान जिले में Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक खास कार्यक्रम आयोजित हुआ। सोमवार को जीविका दीदी और जीविका ग्राम संगठन ने महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत यह आयोजन किया। इस दौरान महिलाओं को सरकार की योजनाओं के फायदों के बारे में बताया गया।
क्या हुआ कार्यक्रम में?
इस कार्यक्रम का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण पर बातचीत शुरू करना और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देना था। Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana समेत कई योजनाओं पर चर्चा हुई। महिलाओं और युवाओं ने मांग की कि वृद्धावस्था पेंशन, मैट्रिक प्रोत्साहन राशि, इंटर प्रोत्साहन राशि और स्नातक प्रोत्साहन राशि को बढ़ाया जाए, ताकि उनकी पढ़ाई में मदद मिल सके।
महिलाओं ने साझा किए अनुभव
जिला परियोजना प्रबंधक कृष्णा गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकारी योजनाओं और समाज में महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया गया। स्थानीय महिलाओं ने अपनी सफल कहानियाँ और उपलब्धियाँ साझा कीं। इसके अलावा, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, बाल विवाह, महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, सामाजिक भेदभाव और लैंगिक भेदभाव जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी बात हुई।
फिल्मों और योजनाओं ने दिखाया बदलाव
कार्यक्रम में कुछ फिल्में दिखाई गईं, जिनमें महिलाओं की जिंदगी में आए बदलाव को दर्शाया गया। Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana, सत्य जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई।
महिलाओं की प्रेरक कहानियाँ
महिलाओं ने बताया कि कैसे सरकारी योजनाओं की मदद से उनकी पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आया। कुछ वीडियो भी दिखाए गए, जिनमें सरकार के महिला सशक्तिकरण के काम की उपलब्धियाँ दिखाई गईं।
क्यों खास था यह कार्यक्रम?
यह आयोजन महिलाओं को जागरूक करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक बड़ा कदम था। Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana के तहत इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को नई ताकत दे रहे हैं और उनके जीवन में बदलाव ला रहे हैं।